June 9, 2025

डी.एस.बी. परिसर, कुमाऊं विश्वविद्यालय में

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महिला स्वच्छता एवं पर्यावरण जागरूकता कार्यशाला हुई आयोजित

नैनीताल। सरोवर नगरी में महिला स्वच्छता एवं पर्यावरण जागरूकता को बढ़ावा देने हेतु कुमाऊं विश्वविद्यालय के वनस्पति विज्ञान विभाग डी.एस.बी. परिसर, द्वारा महिला स्वच्छता पर कार्यशाला आयोजित की गई । कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के शिक्षकों, विद्यार्थियों तथा विशिष्ट अतिथियों की गरिमामयी उपस्थिति रही कार्यक्रम का उद्घाटन दीप प्रज्वलन से किया गया। जिसमें भारत सरकार के विदेश मंत्रालय की लाइब्रेरियन डॉ गीता पालीवाल , बीडी पांडे चिकित्सालय के डॉ रुचि गुप्ता ,समाज सेविका ज्योति ढोंडियाल , प्रो अनिल बिष्ट , बल विकास अधिकारी शिल्पा जोशी ,कॉर्डिनेटर चाइल्ड हेल्प लाइन किरण पंत ,पूर्व छात्र संघ महासचिव भारती जोशी ने दीप प्रज्वलन किया । कार्यक्रम की संयोजक डॉ. हिमानी कार्की ने पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ महिला स्वच्छता एवं मासिक धर्म अपशिष्ट प्रबंधन विषयों पर जागरूकता बढ़ाने हेतु जानकारीपूर्ण प्रस्तुति दी। उन्होंने मेंस्ट्रुअल कप के उपयोग, इसके लाभों एवं पर्यावरण पर इसके सकारात्मक प्रभाव पर प्रकाश डालते हुए एक शैक्षिक वीडियो के माध्यम से छात्राओं को प्रेरित किया तथा अपने व्याख्यान में उन्होंने वीडियो के माध्यम से इसके उपयोग की पूर्ण जानकारी दी । कार्यक्रम का संचालन करते हुए विभागाध्यक्ष तथा निदेशक विजिटिंग प्रोफेसर निदेशालय प्रोफेसर ललित तिवारी ने महिला स्वच्छता एवं पर्यावरण संरक्षण की आवश्यकता पर बल देते हुए सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया तथा कहा कि मातृशक्ति को भी विकास का पूरा लाभ मिलना चाहिए तथा उन्हें सुरक्षित स्वास्थ्य की जानकारी दी जानी जरूरी है ।बी. डी पांडेय अस्पताल की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. रुचि गुप्ता ने मासिक धर्म से जुड़ी स्वास्थ्य समस्याओं एवं दैनिक स्वच्छता के उपायों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने त्वचा संबंधी समस्याओं से बचाव तथा मेंस्ट्रुअल कप के सुरक्षित उपयोग को बढ़ावा देने की सलाह दी उन्होंने नहाने में भी कम केमिकल प्रयोग करने को कहा। समाज सेवी ज्योति डोंडियाल ने कहा कि भारत में प्रतिवर्ष 12 बिलियन पैड प्रयोग किए जाते है तथा इनसे बहुत प्रदूषण भी होता है । पूर्व सचिव भारती जोशी नए कहा कि आज की नारी सब पर भारी हैं तथा उन्हें अपना स्वास्थ भी बेहतर करना होगा । कॉर्डिनेटर किरण पंत ने बच्चों के अधिकार की जानकारी दी । जिला प्राविधिक कार्यालय से तबस्सुम (बाल विकास अभियान) ने पीरियड पैंटीज़ के उपयोग, स्वच्छता तथा सैनिटाइजेशन की प्रक्रिया को सरल भाषा में समझाया। उन्होंने विशेष रूप से किशोरियों के लिए उपयोगी जानकारी साझा की।
श्किरण पंत ने मासिक धर्म उत्पादों के जिम्मेदार उपयोग पर विचार प्रस्तुत किए । बाल विकास अधिकारी शिल्पा जोशी ने पर्यावरणीय मुद्दों पर जागरूकता बढ़ाने पर बल दिया तथा बेहतर स्वास्थ के लिए बेहतर कदम उठाने को कहा । विदेश मंत्रालय की लाइब्रेरियन डॉ गीता पालीवाल ने मासिक धर्म स्वच्छता से जुड़े सामाजिक मिथकों को तोड़ने और महिला स्वास्थ्य पर खुलकर संवाद करने की आवश्यकता पर जोर दिया। तथा कहा कि इससे महिला अधिकारों से जोड़ा जाना चाहिये। डॉ पालीवाल ने कहा कि भारत की नारी कर्मठ है किन्तु अपने अधिकारों के प्रति सचेत कम है । इस अवसर पर सभी महिलाओं को मेंस्ट्रुअल कप भी वितरित किए गए और कार्यक्रम को आर्थिक सहयोग देने के लिए कुलपति दीवान सिंह रावत तथा सहयोग हेतु जिलाधिकारी वंदना सिंह का धन्यवाद किया गया| कार्यक्रम के अंतिम चरण में डॉ. हिमानी कार्की द्वारा मेंस्ट्रुअल कप के उपयोग का व्यावहारिक प्रदर्शन किया गया। समापन पर प्रॉफ ललित तिवारी ने सभी अतिथियों, वक्ताओं एवं प्रतिभागियों सहित कुलपति ,एवं प्रशासन का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में कुलगीत एवं राष्ट्रगान का सामूहिक गायन हुआ तथा सभी अतिथियों को शॉल उड़ाकर तथा प्रतीक चिन्ह के साथ पौधों के फ्लायर भेट किए गए ।
मोहन लाल साह बालिका विद्या मंदिर की छात्राओं , के पी हॉस्टल ,वनस्पति विज्ञान के शोध छात्राओं ने विशेष रूप से कार्यक्रम में सहभागिता कर आयोजन में नई ऊर्जा का संचार किया। समारोह में बड़ी संख्या में बालिकाएं शामिल हुई । मोहन लाल सह बाल विद्या मंदीर की राफिया ने भी ऊर्जा वां विचार रखे। इस मौके पर कार्यक्रम में डॉ. प्रभा पंत, , डाॅ. नवीन, पांडे , सपना, लीला , लता नितवाल, दिशा, वसुन्धरा, कुंजिका, विशाल, दीपशिका,आस्था, मिहिर, पूजा, फ़िज़ा, कोमल, निधि, हीरा, युक्ता अन्य रिसर्च स्कॉलर और एमएससी के छात्र उपस्थित रहे| सभी अतिथियों को मेंस्ट्रुअल कप प्रदान किए गए।

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