महिला एवं बाल सुरक्षा को लेकर विभिन्न संगठनों ने

आयुक्त दीपक रावत के माध्यम से मुख्यमंत्री धामी को भेजा ज्ञापन


नैनीताल। सरोवर नगरी में हुई जघन्य बाल शोषण की घटना के बीते 30 अप्रैल को शहर की घटना के बाद उपजे सामाजिक विद्वेष के बीच महिला एवं बाल सुरक्षा को लेकर महिला एवं बाल सुरक्षा की चिन्ता जनक स्थिति एवं 30 अप्रैल की घटना के बाद शहर में प्रभावित हो रहे पर्यटन कारोबार के सम्बंध में नैनीताल के कई संगठनों के पदाधिकारियों ने कुमाऊं आयुक्त के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा। इसी घटना को लेकर पूर्व में जिलाधिकारी, एस एस पी, पालिकाध्यक्ष को भी ज्ञापन सौंपा गया था। ज्ञापन में महिला एवं बाल सुरक्षा के लिए असुरक्षित स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे तथा स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था करने तथा हैल्पलाइन की व्यवस्था दुरस्त करने की मांग की। साथ ही प्रशासन से नागरिक समाज के साथ मिलकर एक पीस कमेटी गठित करने की मांग की ताकि शहर का माहौल पुनः खराब न हो। ज्ञापन में अवगत कराया की महिला संगठन मैत्री द्वारा इस संबंध में जिलाधिकारी एवं एस. एस. पी. नैनीताल को 9 मई 2025 को ज्ञापन सौंपा गया था। जिसके बाद पुनः महिला सुरक्षा को लेकर व्यापक एवं महत्वपूर्ण सुझावों के साथ शहर के अन्य संगठनों और प्रमुख व्यक्तियों के हस्ताक्षरों से युक्त ज्ञापन प्रशासन को दिए गए। और तत्काल कार्रवाई करने की मांग की थी बता दें ज्ञापन देने वालों में महिला मंच, उत्तराखंड लोकवाहनी, कांग्रेस, व्यापार मंडल अध्यक्ष मल्लीताल, उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी, मैत्री महिला संगठन तथा अन्य नागरिक शामिल थे। इस मौके पर माया चिलवाल. समाजसेवी संध्या शर्मा. गीता जोशी. युक्त ज्ञापन प्रशासन को दिए गए। ज्ञापन देने वालों में महिला मंच, उत्तराखंड लोकवाहनी, कांग्रेस, व्यापार मंडल अध्यक्ष मल्लीताल, उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी, मैत्री महिला संगठन तथा अन्य नागरिक शामिल थे। जिनमें माया चिलवाल, समाजसेवी संध्या शर्मा, गीता जोशी, लीला बोरा, नीरू पुजारी, कमला कुंजवाल, दीपा शर्मा, दीपक शर्मा, मो. फैजान, जय जोशी, , कैलाश जोशी, दिनेश उपाध्याय, पंकज भट्ट मौजूद थे।