नई दिशाएं समिति द्वारा शिखर महोत्सव में कलाकारों ने दिखाई अपनी प्रतिभा



कार्यक्रम की शुरूआत नन्दा सुनन्दा वन्दना और


नंदा देवी तेरी जय-जय हो से हुई



नैनीतालl सरोवर नगरी में नई दिशांए समिति द्वारा शिखर महोत्सव मैं कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति देकर माहौल बना दिया बता देंल नई दिशाए समिति नैनीताल ने आज दिनांक 23/02/2025 (रविवार) को संस्कृति मंत्रालय (सीएफजीएस) के सहयोग से प्रोडक्शन गाण्ट के तहत शिखर महोत्सव का आयोजन ग्राम पंगूँट नैनीताल में किया है। कार्यकम का शुभारंभ मुख्य अतिथि पूर्व ग्राम प्रधान दिनेश चन्द्र बुधलाकोटी और विशिष्ट विशियट अतिथि ग्राम प्रधान ललित मोहन द्वारा दीप प्रज्वलित किया गयाl इस दौरान आयोजक संस्था द्वारा मुख्य अतिथि का बैज लगाकर स्वागत किया गया।


बता दें नई दिशाएँ समिति उत्तराखण्ड की जानी मानी संस्था है। संस्था द्वारा उत्तराखण्ड के कई ग्राम और शहरों में उत्तराखण्ड के कल्चर पर अनेकों कार्य किये है। कार्यक्रम के अंत में आयोजन संस्था के सचिव किशन लाल और नित्य निर्देशन रिया टम्टा द्वारा मुख्य अतिथि विशिष्ट अतिथि को प्रतीक चिन्ह देखकर सम्मानित किया गयाl और मुख्य अतिथि द्वारा कार्यक्रम और कलाकारों की भूरी भूरी प्रशंसा की गईl मुख्य अतिथि ने कहां संस्था द्वारा उत्तराखंड की संस्कृति से संबंधित कार्यक्रम बार-बार अलग-अलग गांव में होने चाहिएl
कार्यक्रम में कलाकारों के नाम
1-कार्यक्रम निर्देशक-किशन लाल
2-सह निदेशन भगवती टम्टा
3-नृत्य निर्देशन-रिया टम्टा
4-संगीत निर्देशन अजय कुमार
5- ढोलक वादन रवि नेगी
6-हुढ़का वादन भुवन कुमार
7-गीतकार -अजय कुमार, हर्षिता, ललिता, मोहन चन्याल, भुवन कुमार
8-नृत्य कलाकार-पवन कुमार, हैरी हिमांशु, आशिष कुमार, चन्द्र प्रकाश, पंकज कुमार, पिंकी आर्या,
दीपा आर्या, ज्योति, ऋतु दमवाल, कोमल, कविता।
9-साउण्ड में मोनू भाकुनी
10-कैमरा और विडियों कान्ता पाल
और सहयोग विजय लक्ष्मी थापा, निरज ढालाकोटी, आदिति, मन्दन मेहरा, रक्षित टम्टा, रितिक टम्टा, रिना आर्या, बबली आर्या
1- कार्यक्रम की शुरूआत नन्दा सुनन्दा वन्दना (नंदा देवी तेरी जय-जय हो)
2-गीत-अजय कुमार गढ़वाली (उडान्दे भवरा)
3-छपेली नृत्य (हीट मेरी लछीमा)
4-गीत हरर्षिता द्वारा (कुमाऊनी) गीत
5-झोडा नृत्य (हिट मधु मेरी दगड़ धूम आलि)
6-गीत- ललित मोहन चम्याल द्वारा – कुमाऊँनी।
7-नन्दा राजजात यात्रा-जै हो नन्दा-सुनन्दा
8-गीत-हरर्षिता-गढवाली
9-जौनसारी नृत्य-ले मूंजी जलाला
10-गीत-ललित मोहन जी द्वारा कुमाऊँनी
11-ग्रुप नृत्य-गढ़वाली (कनप्यारौ चौमासा)
12-गीत-अजय कुमार (आज कु छै मैत जा)