मां नंदा सुनंदा जय-जय कारों के साथ हुई विदा

पूरी सरोवर नगरी रही भक्तिमय मौसम ने भी दिया साथ










नैनीताल। सरोवर नगरी में शुक्रवार को माँ नंदा सुनंदा का डोला नैना देवी मंदिर से प्रारंभ होकर मस्जिद तेराहा शारदा संघ होते हुए पंत पार्क माल रोड कलितल बाजार धर्मशाला वैष्णो देवी मंदिर नया बाजार पिछड़ी बाजार होते हुए वापस अपर माल रोड से बड़ा बाजार माली लाल होते हुए शनि मंदिर के पास नैनी झील में मां की मूर्तियों का विसर्जन नमन आंखों से किया गया। इस दौरान विदाई पर सभी श्रद्धालु भावुक नजर आए। समूचे उत्तराखंड में मां नंदा सुनंदा कुलदेवी के रुप में पूजी जाती हैं,शक्तिस्वरूपा मां को यहाँ बेटी के रुप में भी पूजा जाता है। मां नंदा सुनंदा की विदाई वैसे ही की जाती है।जैसे बेटी को डोली में बिठाकर विदा किया जाता है। बता दें 123वें नंदा महोत्सव के समापन के मौके पर एकादशी को नयना देवी मंदिर परिसर में सुबह 6 से 9 बजे तक महा भगवती पूजन तथा दोपहर 12 बजे देवी भोग लगाया गया। उसके बाद मां नंदा सुनंदा की नगर में शोभायात्रा निकाली गयी। इस दौरान पूरी नगरी मां के जय जय कारों से गूंज उठी हजारों की संख्या में भक्तों ने डोले में शिरकत करी। और भक्तों ने एक से बढ़कर एक कर्तव्य दिखाएं महिला भक्तों ने भी ने गाकर मां को विदाई दी। इस दौरान सरोवर नगरी के अलावा आसपास के सभी ग्रामीण क्षेत्र से लोग डोले भ्रमण में सम्मिलित हुए। और इस दिन को यादगार बनाया। इस मौके पर छोलिया दलों द्वारा मेले को चार चांद लगा दिए और पिथौरागढ़ का मशहूर लखिया भूत लोगो के आकर्षण का केंद्र बना रहा।वही बैंड के धुनों पर श्रद्धालुओं को मां की भक्ति में झूमने पर मजबूर कर दिया।